श्री रामचंदर आश्रित पारीजात है समस्त कल्याण गुना विरामः सीता मुखम गुरुचंचरिकः निरन्तरं मंगल मतनुत जय रघुनन्दन जय सियाराम जय रघुनन्दन जय सियाराम हे दुःख भंजन तुम्हे प्रणाम हे दुःख भंजन तुम्हे प्रणाम जय रघुनन्दन जय सियाराम जय रघुनन्दन जय सियाराम भाट भाट को है परमेशवर शनैः तुम्ही सिखलाते भाट भाट को है परमेशवर शनैः… Continue reading Jai raghunanadan jai siya ram