बेदर्दी बालमा तुझको मेरा मन याद करता हैबरसता है जो आँखों से वो सावन याद करता हैकभी हम साथ गुज़रे जिन सजीली रहगुज़ारों सेफ़िज़ा के भेस में गिरते हैं अब पत्ते चनारों सेये राहें याद करती हैं ये गुलशन याद करता हैकोई झोंका हवा का जब मेरा आँचल उड़ाता हैगुमाँ होता है जैसे तू मेरा… Continue reading बेदर्दी बालमा तुझको मेरा मन याद करता है